पांधि
नई शूरुआत! पांधि इमोजी सासा थिययुम अदबुलिन, इक न्य़ान जीवन आज़ सम्भावन के चम।
इक हरी सकोटाव पांधि हरी पनाच्कयन, अधिकिने आज़ शूरु हाने के चम। पांधि इमोजी आमतौर बढ़ाव़, प्रकृति आज़ न्य़ाबान के ब्न्यादी छ। ताहंद युर किमायद पर्यावरण की संवेदशीलता न जाहिर करन। जधी कोऺय तुहिंज़े 🌱 इमोजी हिकाय, ये मनी हर्न त्रक सरल करन, न्य़ान कुछ शुरू करन।